दीपक जलाना(प्रज्वलित करना), क्यों शुभ माना जाता हैं ??-Why lighting a lamp is considered auspicious ??
5/21/2023
दीपक जलाना(प्रज्वलित करना), क्यों भारतीय संस्कृति में शुभ और पवित्र माना जाता हैं ??
भारतीय सनातन संस्कृति में दीपक प्रज्वलित करना, आदिकाल से एक शुभ और पवित्र परंपरा मानी जाती हैं I
भारतीय सनातन संस्कृति में यह माना जाता है कि इस पूरे ब्रह्मांड का पंच तत्वों से निर्माण हुआ हैं I पंचतत्व मतलब, पृथ्वी,जल, अग्नि, वायु और आकाश , शुद्ध चेतना से ही इन पंच तत्वों का निर्माण होता है और जहां पर यह शुद्ध चेतना पंचतत्व में विभक्त होती है उस पॉइंट को इस बिंदु को ओम ( ॐ )के रूप में हमारे ऋषि-मुनियों ने खोज की हैं I
सनातन परंपरा और पद्धति में आदि काल से माना जाता है कि जब पांच तत्व एक साथ इकट्ठे होते हैं तो वह ओम ( ॐ )स्वरूप हो जाता है,यानी कि वह बिंदु जहां पर शिव और प्रकृति का मिलन होता है, वही पवित्र बिंदु ओम(ॐ ) है इसलिए ओम को एक प्रतीक चिन्ह(ॐ ) के रूप में शिव और शक्ति का स्वरूप माना जाता हैं I
इसी तरह मिट्टी का दीपक पृथ्वी तत्व का प्रतीक है, उसके बाद उसमें, शुद्ध देसी गाय का घी जो जल तत्व का प्रतीक है, अग्नि उसमें प्रज्वलित की जाती है वह अग्नि तत्व का प्रतीक है, शुद्ध ऑक्सीजन से ही यह दीपक जलता है तो वहां वायु तत्व विद्यमान रहता है ,और आकाश तत्व की वजह से सभी चीजें आकार लेती है , हमारी ज्योत का जो आकार होता है, वह आत्म स्वरूप या शिवलिंग आकार का बनता है यह आकाश तत्व की वजह से आकार लेती हैं I
इसलिए भारतीय आदि ऋषि-मुनियों ने दीपक को प्रज्वलित करना और वह भी शुद्ध तत्वों के द्वारा यह बहुत ही शुभ और पवित्र माना जाता है