शरीर, मन और आत्मा का भोजन क्या होता हैं I-What is the food of the body, mind and soul?

5/22/2023

rule of thirds photography of pink and white lotus flower floating on body of water
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शरीर, मन और आत्मा का भोजन क्या होता हैं I

शरीर,मन और आत्मा, यह हमारे इस दिव्य जीवन के तीन आयाम है, जब तक एक व्यक्ति इन तीनों ही आयामों पर पूर्ण रूप से कार्य नहीं करता है तब तक जीवन में संतुष्टि नहीं होती है, या यूं कहें कि अधूरापन लगता हैं I

शरीर का भोजन होता है, पौष्टिक आहार, नौ रसों से परिपूर्ण आहार ही शरीर के लिए सबसे उत्तम आहार होता है, जो शरीर को हष्ट- पुष्ट, निरोगी बनाता है, स्वच्छ और स्वस्थ शरीर में ही प्रसन्न मन और दिव्य आत्मा निवास करती हैं I

मन का भोजन होता है, प्रसन्नता और खुशी, मन को हमेशा प्रसन्न रखा जाए तो यह हमें हमेशा खुशी प्रदान करता है, मन का एक नियम है अगर आप इससे प्रसन्न नहीं रखेंगे तो यह स्वत: ही दुख और विषाद में डूब जाता है, मन भाव से जुड़ा है और भाव का रिफ्लेक्शन हमारे चेहरे पर होता है, इसलिए कहा जाता है कि हमें हमेशा प्रसन्न मुद्रा में रहना चाहिए इससे हमेशा मन में खुशी का भाव रहता हैं I

आत्मा का भोजन है, आनंद, परमानंद इसको अंग्रेजी में Bliss कहते है, यह शाश्वत है, मन और शरीर शाश्वत नहीं है इसलिए शरीर को, हमेशा सुबह शाम भोजन चाहिए, मन को हर समय खुशी की तलाश करनी पड़ती है, पर आत्मा से आनंद स्वत: ही प्रकट होता है, आत्मा स्वयं ही आनंद का निर्माण करती है, इसलिए आत्मा अपना भोजन स्वयं ही तैयार करती है,जो शाश्वत होता है, कभी खत्म नहीं होता है, इसलिए ऋषि-मुनियों ने और दिव्य जनों ने आत्मा के साक्षात्कार को ही अपना लक्ष्य बनाया, जिससे कि दिव्य आनंद हर समय बना रहेगा तो मन भी प्रसन्न रहेगा और शरीर भी हष्ट पुष्ट रहेगा, यही विज्ञान है ऋषि मुनियों के शाश्वत ज्ञान का I